हैलो दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं काली माता मंदिर, मलयपुर के बारे में I जमुई रेलवे स्टेशन से 200 मीटर दूर स्थित यह एक बहुत ही भव्य काली माता का मंदिर है I यह मंदिर दूर से ही इतना आकर्षक प्रतीत होता है कि आप वहां खींचे चले जाएंगे I यह मंदिर बहुत ही सालों पुराना है I पहले यह एक छोटा सा मंदिर हुआ करता था, बाद में इसी मंदिर को वहां के ही एक निवासी अशोक सिंह द्वारा भव्य तरीके से बनाया गया है जैसा अभी आप सभी देखते हैं I
मंदिर की भव्यता
यह मंदिर खूबसूरती के मामले में पूरे बिहार भर में जाना जाता है I यहां माता के दर्शन करने लोग पूरे बिहार, झारखंड एवं बंगाल से भी आते हैं I हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या को यहां काली पूजा बहुत धूम-धाम से मनाई जाती है I मंदिर को बहुत ही भव्य तरीके से सजाया जाता है I दूर-दूर से लोग यहां मां के दर्शन करने और मेला घूमने आते हैं I बहुत सी मिठाइयों एवं खिलौनों की दुकानें लगती हैं, बच्चों के लिए झूला लगाया जाता है I
रात के समय इस मंदिर का नज़ारा कुछ इस प्रकार का होता है कि आप अगर देखेंगे तो देखते ही रह जाएंगे I मंदिर परिसर में बैठने पर आपको इतनी शांति मिलेगी कि आपका यहां से लौटने का मन ही नहीं करेगा I यह मंदिर मलयपुर नामक गांव में स्थित है और यह इस गांव के लिए एक गौरव की बात है I
मंदिर में साफ-सफाई की व्यवस्था
इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है I मंदिर एवं मंदिर का परिसर एकदम साफ रखा जाता है I यहां तक कि मंदिर के बाहर भी दूर-दूर तक साफ-सफाई रखी जाए इसका ख्याल मंदिर-प्रबंधन रखता है I मंदिर के निर्माण में बहुत ही कीमती पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है, जो कि दूसरे राज्यों से मंगाया गया है I माता के दर्शन का समय सुबह 6 बजे से लेकर रात 9 बजे तक है I
माँ पर लोगों की आस्था
ऐसा कहा जाता है कि यहां सच्चे मन से मन्नत मांगने पर सभी की मनोकामना अवश्य पूरी होती है I इस मंदिर के नाम से एक ट्रस्ट भी चलता है, जो लोगों की सेवा के लिए कार्य करता है I अगर आप भी ईश्वर में अपनी आस्था रखते हैं तो एक बार माता के दर्शन को अवश्य पधारें I
मंदिर का लोकेशन
यहाँ जाने के लिए आपको जमुई रेलवे स्टेशन (जो कि क्यूल एवं झाझा रेलवे स्टेशन के बीच में पड़ता है) उतरना पड़ेगा I यहाँ से मात्र 200 मीटर की दूरी पर यह मंदिर स्थित है, जो कि रेलवे स्टेशन से भी दिखाई पड़ जाता है I इस मंदिर प्रबंधन का अपना एक होटल भी है, जो कि मंदिर के ठीक पीछे है I इस होटल में खाने-पीने एवं ठहरने की उचित व्यवस्था है I